दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 18 बांग्लादेशी नागरिक देश वापस भेजे, तीन गिरफ्तार
- By Arun --
- Saturday, 01 Feb, 2025
18 Illegal Bangladeshi Immigrants Deported from Delhi, Three Arrested
नई दिल्ली, 1 फरवरी: Illegal Immigrants Deported from Delhi: दिल्ली पुलिस ने शनिवार को मध्य जिले में अवैध रूप से रह रहे 18 बांग्लादेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेज दिया, जबकि तीन को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर भी दर्ज की हैं।
विशेष अभियान के तहत कार्रवाई
मध्य जिले के डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अब तक कुल 21 अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई की जा चुकी है, जिनमें से 18 को वापस उनके देश भेज दिया गया है, जबकि तीन को गिरफ्तार किया गया है।
नकली दस्तावेजों के साथ पकड़े गए आरोपी
डीसीपी ने बताया कि हाल ही में पहाड़गंज पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग को पकड़ा। इनके पास से भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज बरामद हुए, जो अवैध रूप से बनाए गए थे। इसके अलावा, उनके पास बांग्लादेश के पासपोर्ट भी मिले हैं।
20 साल से रह रहे थे भारत में
पुलिस जांच में पता चला कि ये लोग 20 साल पहले अवैध रूप से भारत आए थे और फर्जी दस्तावेजों की मदद से यहां रह रहे थे। दिल्ली पुलिस ने पासपोर्ट बनवाने में मदद करने वाले एक बिचौलिये की पहचान कर ली है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पासपोर्ट असली लग रहे हैं, लेकिन उन्हें हासिल करने के लिए इस्तेमाल किए गए दस्तावेज फर्जी हैं, जिसकी जांच जारी है।
उपराज्यपाल ने दिए थे निर्देश
दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न इलाकों में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने के लिए विशेष अभियान चला रही है। 20 जनवरी को दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की बढ़ती आपराधिक गतिविधियों पर चिंता जताई थी। उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त को ऐसे अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के निर्देश दिए थे।
जांच जारी, अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि दिल्ली और अन्य राज्यों में कितने और अवैध बांग्लादेशी प्रवासी रह रहे हैं। इसके लिए लगातार जांच की जा रही है और आगे भी इस तरह के अभियान जारी रहेंगे।